जैन मंदिर ,कुण्डलपुर
यह स्थान शान्ति और अहिंसा के विश्व उद्धोषक भगवान महावीर के जन्म स्थली के रूप में विश्व विख्यात है| नालंदा के खंडहर से महज 1.6 किमी की दूरी पर यह जगह कुंडलपुर कहा जाता है। जैनियों के दिगंबर संप्रदाय का मानना है कि यहां 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म हुआ था। इस गांव में कई जैन मंदिर हैं। वर्तमान मंदिर की संरचना काफी भव्य एवं अलौकिक है| मंदिर का शिखर 51 फीट ऊँचा है एवं उस पर स्वर्ण ध्वज स्थापित है|यह स्थान जैन धर्मालम्बियों का सबसे महत्वपूर्ण स्थल है| मंदिर के पास के दो झील जो कि दीर्घ पुष्करणी और पांडव पुष्करणी के नाम से जाने जातें है यहां की खूबसूरती को और भी प्रज्वलित करते है|
इस मंदिर परिसर के अलग ईमारत में जैन धर्म के 72 तीर्थंकरों की छवियों को भी प्रदर्शित करते है जिसे त्रिकाल चौबीसी जैन मंदिर के भी नाम से जाना जाता है|
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
वायुयान द्वारा
निकटतम हवाई अड्डा पटना (110 किमी) में JPN अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। पटना अच्छी तरह से कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, रांची, लखनऊ सहित सभी प्रमुख भारतीय शहरों से जुड़ा हुआ है। राजगीर गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (78 किमी) जो बैंकॉक, कोलंबो, थिम्पू आदि जैसे अंतरराष्ट्रीय स्थलों से जुड़ा है, से जुड़ा है |
ट्रेन द्वारा
राजगीर में ही एक रेलवे स्टेशन (RGD) है जो दैनिक ट्रेनों के माध्यम से पटना, कोलकाता और नई दिल्ली से जुड़ा है। श्रमजीवी एक्सप्रेस नई दिल्ली को जोड़ता है, जबकि बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस वाराणसी को जोड़ता है। राजगीर एक्सप्रेस दानापुर को जोड़ता है, जबकि राजगीर-हावड़ा यात्री ट्रेन कोलकाता को जोड़ता है। राजगीर अच्छी तरह से गया रेलवे स्टेशन (गया), जो एक भारत के सबसे व्यस्त रेल मार्गों में से है, से जुड़ा है।
सड़क के द्वारा
राजगीर सड़क मार्ग से अच्छी तरह से पटना (110 किमी), नालंदा (15 किमी), गया (78 किमी), पावापुरी (38 किमी), बिहार शरीफ (25 किमी) से जुड़ा हुआ है। नियमित बस सेवा इन सभी स्थानों से उपलब्ध हैं। बीएसटीडीसी राजगीर के माध्यम से पटना और बोधगया के बीच दैनिक वातानुकूलित बसें चलाता है। टैक्सियों किराया पर सभी प्रमुख स्थानों से आसानी से उपलब्ध हैं। किराया मोलभाव से होता है।